श्मश्मानिक्य (Stomata)

 श्मश्मानिक्य (Stomata) एक पादपीय रंग के ऊतक होते हैं जो पत्तों, पत्तीदार और पत्तीरूपी संरचनाओं पर पाए जाते हैं। ये माइक्रोस्कोपिक रंग के बाँध होते हैं जो पादपों के ऊतकीय संरचना के हिस्से होते हैं।

श्मश्मानिक्यों के खुलने और बंद होने की क्रिया पर निर्भर करती है। ये धारा और नियमितता में विस्तृत रूप से विविध पादपों के ऊतकों पर पाए जाते हैं। श्मश्मानिक्यों की प्रमुख क्रिया गैसों और जल के विनिमय को नियंत्रित करना है, जिसमें पादप को उचित रूप से श्वसन करने में मदद मिलती है।

श्मश्मानिक्यों के खुलने का कारण है क्लोरोप्लास्ट की सशक्तीकरण और ओटोसमोटिक प्रक्रिया। ये प्रक्रिया पादप की ऊतकीय परत द्वारा नियंत्रित होती है और कैरबन डाइऑक्साइड (CO2) के प्रवेश को अनुमति देती है। जब श्मश्मानिक्य खुलते हैं, तो CO2 प्रवेश करके फोटोसिंथेसिस के लिए क्लोरोप्लास्ट को सशक्त करते हैं।

श्मश्मानिक्यों के बंद होने का कारण है स्टोमेटिक पटल के सघनीकरण और अवसाद की प्रक्रिया। इसमें श्मश्मानिक्यों के चारों ओर की सेलें जल और गैस आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ऊतक के आस-पास इकट्ठा होती हैं। जब श्मश्मानिक्य बंद होते हैं, तो उनके द्वारा CO2 के प्रवेश को रोका जाता है, जो फोटोसिंथेसिस की प्रक्रिया पर प्रतिभारित पड़ता है।

श्मश्मानिक्यों के खुलने और बंद होने की क्रिया वनस्पतियों के ऊतकीय गतिविधि और उनके पर्यावरणीय चरमों के अनुरूप होती हैं। यह पादपों को अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उचित वातावरण में सहायता प्रदान करती हैं।

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