बिजली क्यों टड़कती है?

 बिजली क्यों टड़कती है

प्रकृति ने हमें अनेक रहस्यमय और चमत्कारी घटनाएं प्रदान की हैं, जिनमें से एक है "बिजली"। बिजली या विद्युत तीव्रता से भ्रमित विद्युत् धारा का प्रसार है जो आकाश में चमकती बिजली के रूप में दिखती है। यह एक प्राकृतिक घटना है जिसमें विद्युत शक्ति भूमि और आकाश के बीच सम्मिलित होती है। बिजली के इस रहस्यमयी तत्व के पीछे कई कारण हैं, जो निम्नलिखित हैं:

  1. आबोहवा: बिजली उत्पन्न होने का प्रमुख कारण है आबोहवा या मॉनसून। जब बादल बृहत संख्या में और पानी से भर जाते हैं, तो ये बादल अपने आसपास के वातावरण से भिन्न हो जाते हैं। बादलों के बीच में एक आधुनिक बैटरी के रूप में कार्य करती है, जिससे विद्युत आवेग उत्पन्न होता है। बादलों के भिन्न होने के समय, इस विद्युत धारा के कारण आधुनिक मानव जीवन में अनेक उपयोगी उपकरणों को चलाने की अनुमति मिलती है।

  2. बिजली के प्रसार का रूझान: बिजली का प्रसार विद्युत चुंबकीय क्षेत्र के कारण होता है। यह क्षेत्र विद्युत धारा के चालक माध्यम में होता है और बिजली को आकारंकन में रखता है। यदि आकारंकन संख्या कुछ समय तक ज्यादा रहता है तो विद्युत चुंबकीय क्षेत्र अपने विकर्षण शक्ति को खो देता है, जिससे बिजली आकाश में उछल जाती है। इसके परिणामस्वरूप चमकदार बिजली की धाराएं उत्पन्न होती हैं।

  3. बिजली का संघटन: विद्युत चुंबकीय क्षेत्र के संघटन की वजह से बिजली की धारा उत्पन्न होती है। विद्युत चुंबकीय क्षेत्र एक क्रियाशील अवस्था में होता है और बिजली के द्वारा एक बिजली के संवेदक से दूसरे विद्युतीय उत्पादक तक प्रसार होता है। जब इस प्रसार का रास्ता खुलता है, तो विद्युत धारा उस रास्ते से बहकर गुजरती है, जिससे हम बिजली की टड़कती हुई धाराओं को देखते हैं।

बिजली के टड़कते हुए धाराओं का सबसे अध्भुत अनुभव है चमकती बिजली का नजारा। यह विज्ञान और प्रकृति के साथ-साथ मानवीय समृद्धि में भी अहम भूमिका निभाती है। बिजली की उत्पत्ति, बिजली का संघटन, और विद्युत चुंबकीय क्षेत्र के रहस्यमयी तत्व हमें आधुनिक तकनीकी उपकरणों के विकास में मदद करते हैं जिससे हमारे जीवन को आसान बनाने में मदद मिलती है।

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