वन एवं वन्य जीवों के सतत् उपयोग से क्या तात्पर्य है ?

  वन एवं वन्य जीवों के सतत् उपयोग से क्या तात्पर्य है ?

उत्तर -   वन एवं वन्य जीवों का उपयोग- वन एवं वन्य जीव भारतीय जीवन का आधार है। इनसे

उपभोक्ता को विविध प्रकार की सामग्री प्राप्त होती है। जड़ी-बूटियाँ, प्राकृतिक सौन्दर्य प्रसाधन सामग्री, इमारती लकड़ी, कागजी लकड़ी आदि वन से प्राप्त होती है। अनेक प्रकार के वन्य जीव भी वनों में ही निवास करते हैं। ग्रामीण समुदाय का बड़ा भाग वनों से अपनी आजीविका चलाता है। हमारे देश की अर्थव्यवस्था का आधार स्तंभ भी वन सम्पदा है। वन सम्पदा का टिकाऊ उपभोग तो उचित है। लेकिन जिस क्रूरता और स्वार्थ के लिए वन एवं वन्य जीवों का उपभोग हो रहा है, ये उपभोग टिकाऊ नहीं है।

वन एवं वन्य जीवों का टिकाऊ उपभोग वह उपभोग है, जो उनके संरक्षण और उपयोग की निर्धारित सीमा होती है लेकिन इनका उपयोग सीमा से बाहर हो रहा है। वह दुरुपयोग वन सम्पदा को घटा रहा है।

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